Sunday, January 1, 2012

Saathiya

हवा के झोंके हैं ..साथियों का साथ हैं
फिर भी दिन अच्छा नहीं लगता.......

नीला आकाश है..मुस्कुराता हुवा चाँद है
फिर भी रात अच्छी नहीं लगती......

घने बादल हैं..बारिश होती हैं
फिर भी मौसम अच्छा नहीं लगता......

भूख होती है..पर खाना अच्छा नहीं लगता.........

मीठे मीठे ख्वाब आते हैं..
फिर भी नींद अच्छा  नहीं लगता........

ढेर सारा प्यार है...इतना अच्छा हैं
फिर भी "दिल" अच्छा नहीं लगता..........

कहते है जीवन वरदान है
लेकिन आपके बिना दिलबर जीना भी अच्छा नहीं लगता......

सोचती हूँ..
अगर आप साथ होते तो मरना भी अच्छा  लगने लगता............!!!

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